Plane Crash Victim’s : 12 जून को अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा राजस्थान के कई परिवारों के लिए एक बड़ी त्रासदी बन गया है।
बच्चों से लेकर युवाओं तक, कई जिंदगियां इस हादसे में खत्म हो गईं।
इस हादसे में राजस्थान के 12 लोगों की जान चली गई है, आईए जानते हैं इनके बारे में…
बांसवाड़ा के डॉक्टर दंपति और तीन बच्चों की मौत
बांसवाड़ा के एक डॉक्टर दंपति और उनके तीन बच्चे भी शामिल हैं। डॉ. कोनी व्यास और उनके पति डॉ. प्रतीक जोशी अपने बच्चों प्रद्युत, मिराया और नकुल के साथ लंदन जा रहे थे।
डॉ. कोनी ने हाल ही में उदयपुर के पेसिफिक हॉस्पिटल से इस्तीफा दिया था, क्योंकि वे अपने पति के साथ लंदन में बसने जा रही थीं। विमान के उड़ान भरने से पहले ली गई उनकी आखिरी सेल्फी अब उनकी याद बनकर रह गई है।
बालोतरा की खुशबू की आखिरी यात्रा
बालोतरा के मदन सिंह राजपुरोहित की बेटी खुशबू भी इस हादसे का शिकार हुईं।
खुशबू अपने पिता के साथ अहमदाबाद पहुंची थीं और लंदन जाने से पहले परिवार से भावुक होकर मिली थीं।

उनके पति लंदन में डॉक्टर हैं और वह उनके पास जा रही थीं।
उदयपुर के भाई बहन की मौत
उदयपुर के मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के बेटे शुभ और बेटी शगुन भी इस उड़ान में सवार थे।
दोनों भाई-बहन एमबीए करने के बाद पिता का बिजनेस संभाल रहे थे और लंदन घूमने जा रहे थे।
हादसे की खबर मिलते ही उनके परिवार वाले अहमदाबाद पहुंच गए।
बीकानेर और उदयपुर के अन्य शिकार, कई परिवारों पर मंडराया दुख
बीकानेर के पूर्व विधायक किशना राम नाई के दोहिते अभिनव परिहार भी इस हादसे में मारे गए।
अभिनव लंदन में बिजनेस करते थे और हाल ही में अहमदाबाद में अपना ऑफिस खोला था।
वे अपनी पत्नी और बेटे को भारत लाने जा रहे थे ताकि वे स्थायी रूप से यहीं बस सकें।
उदयपुर की 22 वर्षीय पायल खटीक, जो लंदन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने जा रही थी, और वरदीचंद मेनारिया, जो हाल ही में लंदन से भारत आए थे, भी इस हादसे में शामिल थे।
वरदीचंद के साथ उनके साथी प्रकाश मेनारिया भी थे, जो लंदन में कुकिंग का काम करते थे।
गुजरात में कई जगह मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई
बहरहाल प्रशासन ने मृतकों के परिवारों से संपर्क कर मदद का आश्वासन दिया है, लेकिन इस दुख की घड़ी में उनका साथ देना ही सच्ची संवेदना होगी।