Brahmin vs Yadav: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक जातिगत हिंसा का मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है।
यहां भागवत कथा सुनाने पहुंचे एक यादव कथावाचक और उनके साथियों के साथ ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने मारपीट की और जबरन दोनों का सिर मुंडवाया।
इतना ही नहीं दोनों से महिला यजमान के पैरों पर नाक भी रगड़वाई गई।
इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है।
महिला यजमान का मूत्र भी छिड़का दोनों पर
इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में 21-22 जून की रात ये जातिगत हिंसा हुई।
कथा शुरू होने से पहले पप्पू बाबा (गांव का एक व्यक्ति) ने कथावाचक से उनकी जाति पूछी।
जब मुकुट मणि ने खुद को यादव बताया, तो गांव के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा, “यह ब्राह्मणों का गांव है, यहां यादव कथा नहीं कर सकते!”
इसके बाद गांव के ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और अमानवीय व्यवहार किया।
पूछना ये था जिस देश में यादव समाज या कोई अन्य समाज का व्यक्ति हो साइंटिस्ट , डॉक्टर IAS,IPS बन सकता है।
विधायक , सांसद मंत्री बन सकता है मंत्री तो छोड़ो मुख्यमंत्री बन सकता हे।
उस देश में यादव कथा वाचक क्यों नही बन सकता है❓❓ pic.twitter.com/crRQIQt0MP
— मनीष सागर (@Manish_NSTA) June 23, 2025
पिटाई की, सिर मुंडवाया, मूत्र छिड़का
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें दिख रहा है कि भीड़ कथावाचक और उनके साथी को पीट रही है।
उनके बाल काटे जा रहे हैं और सिर मुंडवाया जा रहा है।
महिला यजमान के पैरों पर नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

उन्हें ब्राह्मणों के गांव में कथा करने की हिम्मत करने के लिए दंडित किया गया।
उनके साथी संत कुमार यादव पर महिला का मूत्र छिड़ककर “शुद्धि” की गई और कहा गया कि “अब तुम पवित्र हो गए हो।”
उनसे 25,000 रुपये और सोने की चेन भी छीन ली गई।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
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अखिलेश यादव (सपा) ने कहा – “यह संविधान के खिलाफ है, मामले की सख्त जांच होनी चाहिए। आरोपियों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।””
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Yadav Kathavachak humiliation भीम आर्मी (चंद्रशेखर आजाद) ने कहा – “यह जातिवादी हिंसा है, पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए।”
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संजय सिंह (आप) ने कहा – “क्या धर्म ग्रंथ में लिखा है कि यादव कथा नहीं सुना सकते?”
पुलिस की कार्रवाई
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरलहुआ, जिसके बाद पुलिस ने संज्ञान लिया।
इटावा एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 4 आरोपियों (आशीष तिवारी, उत्तम अवस्थी, प्रथम दुबे, निक्की अवस्थी) को गिरफ्तार किया गया।
FIR दर्ज की गई है और जांच जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना समाज में गहरे पैठे जातिवाद को उजागर करती है।
पुलिस कार्रवाई के बावजूद, सवाल यह है कि क्या ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है?
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