Sinai Healthcare Investment: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को नया आयाम मिला।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 24 जुलाई को ‘उद्योगपति से संवाद’ कार्यक्रम में भाग लिया और कुल 416 करोड़ रुपये के निवेश वाली 6 नई औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन किया।
इनमें हेल्थकेयर क्षेत्र की अग्रणी कंपनी सिनाई हेल्थ केयर द्वारा 120 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित की जा रही इकाई पर विशेष ध्यान आकर्षित हुआ।
कंपनी के डायरेक्टर आदित्य शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री की उद्योग समर्थक नीतियों की सराहना की।
आदित्य शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से अनुमतियां सहज, पारदर्शी और तेज गति से मिल रही हैं, जिससे उद्यमियों को मजबूत आधार मिल रहा है।
हेल्थ केयर सेक्टर में बड़ा निवेश, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा निर्यात
सिनाई हेल्थ केयर द्वारा अचारपुरा में लगाई जा रही इस इकाई में अत्याधुनिक मेडिकल उपकरण, फार्मास्युटिकल उत्पाद और हेल्थ टेक्नोलॉजी से जुड़े उत्पाद बनाए जाएंगे।
आदित्य शर्मा ने बताया कि यहां बनने वाले उत्पादों को भारत के साथ-साथ अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के बाज़ारों में निर्यात किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य गुणवत्ता के ऐसे मानक तैयार करना है, जो भारत की स्वास्थ्य तकनीक को वैश्विक मानचित्र पर शीर्ष स्थान दिला सके।
मध्यप्रदेश का मजबूत औद्योगिक इकोसिस्टम और सरकार का सहयोग इसे संभव बना रहा है।
मुख्यमंत्री ने की तारीफ, बताया उद्यमशीलता का आदर्श उदाहरण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भूमि पूजन कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान सिनाई हेल्थ केयर की योजना को सराहते हुए कहा, आदित्य शर्मा जैसे युवा उद्यमी मध्यप्रदेश के भविष्य हैं।
वे सिर्फ रोजगार नहीं दे रहे, बल्कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं और निर्यात क्षमताओं को भी सशक्त बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अचारपुरा में जिस गति से औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही हैं, वह इसे देश का आदर्श औद्योगिक क्षेत्र बनाएंगी।
युवाओं को मिलेगा रोजगार, महिलाओं को मिलेगा अवसर
सिनाई हेल्थ केयर की इस नई इकाई से सीधे तौर पर सैकड़ों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।
आदित्य शर्मा ने बताया कि हम चाहते हैं कि यह उद्योग सिर्फ उत्पादन केंद्र न बने, बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन का जरिया बने।
उनकी योजना है कि स्थानीय कॉलेजों और आईटीआई संस्थानों से प्रशिक्षित युवाओं को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही महिला कर्मचारियों को भी विशेष अवसर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के मार्गदर्शन में उद्योग विभाग द्वारा सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से मिली सरल और त्वरित स्वीकृति के कारण, हम अचारपुरा में 120 करोड़ रुपये की लागत से उद्योग स्थापित कर रहे हैं।
– श्री आदित्य शर्मा, डायरेक्टर, सिनाई हेल्थकेयर@DrMohanYadav51… pic.twitter.com/gM1zVthujL
— Jansampark MP (@JansamparkMP) July 24, 2025
सरकार की निवेश नीति को बताया अग्रणी
आदित्य शर्मा ने कहा कि अचारपुरा में भूमि आवंटन की प्रक्रिया से लेकर निर्माण की अनुमति तक हर कदम पर सरकार की तत्परता और पारदर्शिता प्रेरणादायक है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में जो औद्योगिक नीति बनी है, वह निवेशकों के लिए न केवल अनुकूल है, बल्कि भरोसा देने वाली भी है।
आदित्य शर्मा ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी टीम के सहयोग से आज अचारपुरा जैसे स्थानों में भी वैश्विक स्तर के उद्योग की कल्पना को साकार किया जा रहा है।
अचारपुरा बना रहा है औद्योगिक क्रांति का केंद्र
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र को एक्सटेंशन के साथ विकसित किया जा रहा है।
हज्जामपुरा में फेज-3 के अंतर्गत 31.21 हेक्टेयर क्षेत्र में नया औद्योगिक पार्क विकसित किया जाएगा, जिसकी लागत 15.61 करोड़ रुपये है।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अब न केवल उद्योग का केंद्र बन रहा है, बल्कि रोजगार, महिला सशक्तिकरण और निर्यात क्षमता में भी अग्रणी हो रहा है।
अचारपुरा में उद्योगों की वर्षा,भावी योजनाएं और विस्तार
कार्यक्रम के दौरान गोकुलदास एक्सपोर्ट्स, एसेडस प्राइवेट लिमिटेड, इंडो एकॉर्ड अपैरल्स, थिंक गैस और समर्थ एग्रीटेक जैसी कंपनियों के भी भूमि पूजन किए गए।
लेकिन सिनाई हेल्थ केयर का हेल्थ सेक्टर में निवेश और अंतरराष्ट्रीय लक्ष्य इसे खास बनाता है।
आदित्य शर्मा ने आगे बताया कि वे इस यूनिट को सिर्फ एक निर्माण केंद्र न रखकर रिसर्च और डेवलपमेंट हब के रूप में विकसित करना चाहते हैं।
कंपनी की योजना है कि भविष्य में मेडिकल टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित उपकरणों का उत्पादन भी अचारपुरा से किया जाए।
बहरहाल, सिनाई हेल्थ केयर द्वारा अचारपुरा में किया गया निवेश मध्यप्रदेश की बदलती औद्योगिक तस्वीर का प्रतीक है।
डायरेक्टर आदित्य शर्मा की नेतृत्व क्षमता, मुख्यमंत्री मोहन यादव की निवेश प्रोत्साहक नीतियां और युवाओं को दिए जाने वाले अवसर इस पूरे विकास मॉडल को सशक्त आधार देते हैं।
यह केवल एक उद्योग की शुरुआत नहीं है, बल्कि मध्यप्रदेश को हेल्थ टेक हब बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।