Raja Raghuvanshi Family: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी के हत्याकांड में आरोपी बने शिलोम जेम्स, लोकेंद्र तोमर और बलवीर को शिलॉन्ग कोर्ट से जमानत मिल गई है।
इस फैसले से राजा के परिवार को गहरा सदमा पहुंचा है।
राजा की मां उमा रघुवंशी की हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
परिवार का कहना है कि अगर सभी आरोपी छूट गए, तो वे सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे।
मां का दर्द: “राजा अब भी मेरे सपनों में आता है”
राजा की मां उमा रघुवंशी आंसुओं में डूबी हुई हैं। उन्होंने बताया कि राजा अक्सर उनके सपनों में आता है। वह कहती हैं,
“मेरी बहू ने सपने में राजा को देखा था, उसने कहा था कि वह लौटेगा। लेकिन जब से पता चला कि साक्ष्य मिटाने वालों को जमानत मिल गई, मेरा दिल टूट गया। मुझे अभी तक राजा का डेथ सर्टिफिकेट भी नहीं मिला। मैं खुद शिलांग जाऊंगी और अपने बेटे के लिए न्याय मांगूंगी।”

परिवार का आरोप: “आरोपियों को संरक्षण मिल रहा है”
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने आरोप लगाया कि आरोपियों को एक व्यक्ति गोविंद का संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा,
“गोविंद की योजना राज और सोनम की शादी करवाने की है, इसलिए वह आरोपियों को बचा रहा है। हमें डर है कि ये लोग छूटकर हमारे परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं।”

राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने साफ चेतावनी देते हुए कहा,
“अगर बाकी आरोपी भी छूट गए, तो हम पूरा परिवार आत्महत्या कर लेंगे। इसकी जिम्मेदार शिलांग सरकार की होगी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि केस डायरी अभी तक कोर्ट तक नहीं पहुंची और भ्रष्टाचार के कारण आरोपी बाहर आ रहे हैं।

राजा रघुवंशी हत्याकांड: सभी आरोपियों की भूमिका
राजा रघुवंशी की हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने सभी संदिग्धों की भूमिका का खुलासा किया है। इस हत्याकांड में कई लोग शामिल थे, जिनमें से हर एक का अलग-अलग रोल था।
- सोनम रघुवंशी – राजा की पत्नी होने के बावजूद उसने ही उसे सेल्फी खींचने के बहाने सेल्फी पॉइंट पर ले जाकर विशाल को हमला करने का इशारा किया।
- राज कुशवाहा – पुलिस के अनुसार, वह इस हत्या का मास्टरमाइंड था। उसने पूरी प्लानिंग की और दूसरों को अपने साथ जोड़ा।

- विशाल चौहान – वह सीधे तौर पर हत्यारा था। उसने सेल्फी पॉइंट पर राजा के सिर पर छोटी कुल्हाड़ी (दाव) से दो वार किए, जिससे राजा की मौत हो गई।
- आकाश राजपूत – वह हत्या के वक्त सेल्फी पॉइंट से कुछ दूरी पर बाइक पर बैठकर निगरानी कर रहा था।
- आनंद कुर्मी – वह विशाल के साथ मौके पर मौजूद था। फर्जी सिम कार्ड खरीदने के लिए उसके दस्तावेज़ इस्तेमाल किए गए थे।

- शिलाम जेम्स – एक बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर और ब्रोकर होने के नाते उस पर सबूत छिपाने में मदद करने का आरोप है।
- बलबीर अहिरवार – वह उस फ्लैट का चौकीदार और कारपेंटर था, जहां सोनम ठहरी हुई थी। उस पर भी सबूत मिटाने में सहयोग करने का आरोप है।
- लोकेंद्र तोमर – उसके कहने पर सोनम का बैग जलाया गया, ताकि सबूत नष्ट हो जाएं।

न्याय की उम्मीद अब भी बाकी
राजा रघुवंशी का परिवार अब भी न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है। उनके मन में कई सवाल हैं:
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क्या राजा रघुवंशी को न्याय मिलेगा?
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क्या साक्ष्य मिटाने वालों को बिना सजा छोड़ दिया जाएगा?
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क्या परिवार की आवाज सुनी जाएगी या उन्हें आत्महत्या करनी पड़ेगी?