Odisha Sexual Harassment Case ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में एक 20 वर्षीय छात्रा ने सेक्शुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आवाज उठाने के बाद खुद को आग लगा ली।
तीन दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद उसने सोमवार रात दम तोड़ दिया।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि देश की बेटियां जल रही हैं लेकिन पीएम चुप हैं।
छात्रा ने क्यों किया आत्मदाह?
छात्रा फकीर मोहन कॉलेज में इंटीग्रेटेड BEd की दूसरे वर्ष की छात्रा थी।
उसने आरोप लगाया था कि इंग्लिश डिपार्टमेंट के हेड (HOD) समीर कुमार साहू ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया।
छात्रा ने कॉलेज प्रशासन से शिकायत की, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।
Another shocking incident from Odisha:
A female student of FM University was sexually harassed by the HoD. Despite repeated pleas to the principal, justice was denied — and she was forced to self-immolate.In the BJP Vikhsit Bharat model that there’s no justice for India’s… pic.twitter.com/J9GzIMqTVT
— Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) July 13, 2025
12 जुलाई को उसने कॉलेज कैंपस में ही खुद पर केरोसीन डालकर आग लगा ली।
95% बर्न्स के साथ उसे पहले बालासोर जिला अस्पताल और फिर AIIMS भुवनेश्वर ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
राजनीतिक विवाद: राहुल गांधी vs धर्मेंद्र प्रधान
छात्रा की मौत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा,
“मोदी जी, ओडिशा हो या मणिपुर – देश की बेटियां जल रही हैं, और आप खामोश हैं। देश को आपकी चुप्पी नहीं, जवाब चाहिए।”

इस पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जवाब दिया,
“ओडिशा की दुखद घटना ने सभी को हिला दिया, लेकिन कांग्रेस इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है।”

क्या कार्रवाई हुई?
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पुलिस ने आरोपी HOD समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया।
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कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप घोष को पहले सस्पेंड किया गया, फिर गिरफ्तार कर लिया गया।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने AIIMS में छात्रा से मुलाकात की और परिवार को पूरा सहयोग का आश्वासन दिया।
ओडिशा के बलासोर में एक लड़की का उसके कॉलेज का टीचर सेक्सुअली परेशान कर रहा था।लड़की ने सब जगह शिकायत की लेकिन किसी ने नहीं सुनी ।
उसने ख़ुद को आग लगा दी। अब बचने की उम्मीद कम है। आज राष्ट्रपति ख़ुद गई उसे देखने ।
टीवी में कहीं यह घटना दिखी?#Odisa pic.twitter.com/zJBEXTO7fT— Praveen Panghal | प्रवीन पंघाल | ਪ੍ਰਵੀਣ ਪੰਘਲ 🏹 (@ppanghalch) July 15, 2025
ओडिशा में विरोध प्रदर्शन
इस घटना के बाद ओडिशा के कई हिस्सों में छात्र और राजनीतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्ष ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा,
“एक युवा छात्रा का अपनी एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में आत्मदाह करना बहुत चौंकाने वाला और दुखद है। मैं भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूँ कि वह जल्दी से अपनी गंभीर जलन की चोटों से ठीक हो जाए। उसे कथित तौर पर एक शिक्षक द्वारा लगातार यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जो बार-बार उससे यौन संबंध की मांग करता था।
उसने प्रिंसिपल को एक पत्र में बताया कि उसने पहले भी आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन उसे बचा लिया गया था।कई महीनों तक वह डर और दुख में जीती रही।
1 जुलाई को, मदद की गुहार लगाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत पोस्ट की और कई वरिष्ठ अधिकारियों को टैग किया। लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उसने दुख से बचने के लिए आखिरी प्रयास में अपने आप को प्रिंसिपल के कमरे के बाहर आग लगा ली।”
A young student resorting to self-immolation in one of #Odisha’s premier Universities is both shocking and deeply distressing. I fervently pray to Lord Jagannatha for her swift recovery from the grievous burn injuries.
She was allegedly subjected to relentless sexual harassment…
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) July 13, 2025
क्या कहा प्रिंसिपल ने?
घटना पर कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष ने कहा था कि 30 जून को मेरे पास इंग्लिश डिपार्टमेंट के हेड समीर कुमार साहू के खिलाफ शिकायत आई थी।
कुछ छात्राओं ने बताया था कि समीर साहू उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है।
एक लड़की ने आरोप लगाया था कि HOD ने गार्डन के पास उससे शारीरिक संबंध बनाने की मांग की थी।
पुलिस को भी बुलाया गया था। छात्रों की मांग पर इंटरनल कम्प्लेंट कमेटी बनाई थी।
प्रिंसिपल ने कहा, ‘कमेटी ने 7 दिन में रिपोर्ट दी थी। हालांकि, कुछ छात्र तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
12 जुलाई को पीड़ित छात्रा फिर से मेरे पास आई थी। मैंने 20 मिनट तक उसे समझाया, लेकिन वह यह कहकर चली गई कि अब और इंतजार नहीं कर सकती। करीब 15-20 मिनट बाद उसने खुद को आग लगा ली।’

यह घटना एक बार फिर महिला सुरक्षा और शिक्षण संस्थानों में यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर सवाल खड़े करती है।
छात्रा की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है, और अब मांग की जा रही है कि ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।