Noida Day Care Video: नोएडा के एक डे-केयर सेंटर से झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां 15 महीने की एक मासूम बच्ची के साथ मेड ने अमानवीय अत्याचार किया।
घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी फुटेज में कैद है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे मेड ने बच्ची को थप्पड़ मारा, जमीन पर पटका, प्लास्टिक की बेल्ट से पीटा और यही नहीं, दांत से काट भी दिया।
ये वीडियो और तस्वीरें इतने खौफनाक है कि इन्हें देखकर किसी का भी दिल सहम जाए।
घटना का खुलासा तब हुआ जब बच्ची की मां ने उसके शरीर पर चोट के निशान देखे।
पुलिस ने आरोपी सहायिका को गिरफ्तार कर लिया है और डे केयर संचालिका के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।

बच्ची के जांघ पर दांत के निशान
मामला नोएडा के सेक्टर-142 स्थित एक सोसाइटी का है, जहां “ब्लिपी डे केयर” नाम का सेंटर चल रहा है।
बच्ची की मां मोनिका देवी ने बताया कि वह अपनी बेटी वेदांशी पटेल को रोजाना इस डे केयर में छोड़ती थीं।
पिता ने बताया कि उन्होंने सुरक्षा को देखते हुए ही इस सेंटर को चुना था, क्योंकि यहां पांच CCTV कैमरे लगे थे।
4 अगस्त को जब वह बच्ची को घर लेकर आईं, तो वह जोर-जोर से रो रही थी।
कपड़े बदलते समय मां ने देखा कि बच्ची की दोनों जांघों पर दांत के निशान हैं।
डॉक्टर ने पुष्टि की कि ये निशान किसी के काटने से बने हैं।

CCTV फुटेज में दिखी सहायिका की बर्बरता
जब मां ने डे केयर संचालिका चारु और सहायिका से शिकायत की, तो उन्होंने पहले तो CCTV फुटेज दिखाने से मना कर दिया, लेकिन बाद में दबाव में फुटेज दिखाई।
10 मिनट 30 सेकंड के वीडियो में सहायिका की हिंसा साफ देखी गई:
- बच्ची के मुंह में जबरदस्ती खिलौना ठूंसा गया।
- उसे दो बार जमीन पर पटका गया।
- साइकिल पर बैठाकर पीठ पर जोरदार चांटा मारा गया।
- बच्ची का सिर दीवार से टकराया गया।
- उसके सीने पर मुक्का मारा गया।
- बच्ची को थप्पड़ मारा।
- उसे झूले से धक्का देकर गिराया।
- प्लास्टिक की बेल्ट से पीटा।
- दांत से काटा।
#Noida DAY CARE HORROR: A 15-month-old child was beaten, head smashed against a wall, dropped on the ground and bitten.
Every working parent’s worst nightmare! pic.twitter.com/KttIyyL0g3
— Karan Singh (@Journo_Karan) August 11, 2025
डे केयर संचालिका पर भी शिकायत
मोनिका ने आरोप लगाया कि संचालिका चारु और सहायिका ने उन्हें धमकाया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
सोसाइटी के अन्य लोगों ने बताया कि यह डे केयर बिना लाइसेंस चल रहा था और हर बच्चे से 3,500 रुपये महीना फीस ली जाती थी।
सहायिका के मानसिक रूप से अस्थिर होने की भी शिकायतें पहले से थीं।

पुलिस ने दर्ज की केस, BSA को भेजा पत्र
सेक्टर-142 पुलिस ने डे-केयर की मेड और मालकिन चारू के खिलाफ IPC की धारा 75 (बच्चे के साथ क्रूरता) और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
DCP शक्तिमोहन अवस्थी ने बताया कि नाबालिग सहायिका को हिरासत में लिया गया है और संचालिका से पूछताछ जारी है।
मेड ने अपने बयान में कहा कि वह बच्ची के लगातार रोने से परेशान हो गई थी।
साथ ही, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को पत्र लिखकर सभी डे केयर सेंटर्स में CCTV अनिवार्य करने की मांग की गई है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
सोसाइटी निवासी शेखर झा ने कहा, “यहां किराए के फ्लैट में डे केयर चल रहा था। बच्चों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था।”
अब पुलिस जांच कर रही है कि क्या इस डे केयर में 12 बच्चों की देखभाल एक नाबालिग सहायिका के भरोसे छोड़ दी गई थी। मामले में और कार्रवाई की जा सकती है।

क्या डे-केयर सेंटर सच में सुरक्षित हैं?
यह मामला एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है।
अक्सर माता-पिता डे-केयर को सुरक्षित मानकर बच्चों को छोड़ते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं दिखाती हैं कि सीसीटीवी और स्टाफ की निगरानी कितनी जरूरी है।
यह घटना न सिर्फ नोएडा, बल्कि पूरे देश के डे-केयर सेंटर्स के लिए एक चेतावनी है।
अब सवाल यह है कि क्या सरकार और प्रशासन ऐसे केन्द्रों पर सख्त निगरानी का कोई मॉडल लाएगा?
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