Jitu Patwari Apology: मध्य प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी के एक बयान ने तूफान खड़ा कर दिया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था कि मध्य प्रदेश की महिलाएं देश में सबसे ज्यादा शराब पीती हैं।
इस बयान के बाद भाजपा ने जमकर हमला बोला और माफी मांगने की मांग की।
जवाब में, पटवारी ने अपने बयान से पलटी मारते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी महिलाओं का अपमान करने वाला बयान नहीं दिया और सभी माताओं-बहनों को पूज्यनीय बताया।
क्या था बयान और कैसे शुरू हुआ विवाद?
पूरा मामला तब शुरू हुआ जब जीतू पटवारी ने सोमवार को भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया,
“मध्यप्रदेश को तमगा मिला है कि महिलाएं सबसे ज्यादा शराब अगर पूरे देश में कहीं पीती हैं तो यहां की पीती हैं। देश में शराब की सबसे ज्यादा खपत कहीं है तो मध्यप्रदेश में है।”
उन्होंने इसके लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
यह बयान सामने आते ही राजनीतिक आग भड़क उठी।
भाजपा ने इसे कांग्रेस की ‘मानसिकता’ बताते हुए पटवारी और राहुल गांधी पर निशाना साधा।
बीजेपी महिला मोर्चा ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किए और तत्काल माफी की मांग की।
#WATCH | जबलपुर: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र (जीतू) पटवारी ने कहा, “आपकी सरकार ने शराब की बिक्री और खपत को देश में सबसे ज्यादा कर दी है। क्या मुझे अपनी आवाज नहीं उठानी चाहिए? मैं यह PM मोदी द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर कह रहा हूं, यह मेरा आरोप नहीं है। मोहन यादव को… pic.twitter.com/LWLOTfGZED
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 26, 2025
भाजपा के हमले के बाद पटवारी ने लिया ‘यू-टर्न’
विवाद गहराता देख जीतू पटवारी ने अपने रुख में नरमी लाते हुए बयान दिया।
दतिया में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “सभी माताएं-बहनें मेरे लिए पूज्यनीय हैं। मैं उनके चरणों में सिर रखता हूं। उनके बारे में कोई गलत बयान मेरी ओर से नहीं दिया गया है। भाजपा ने सिर्फ मुझे टारगेट किया है।”
उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने महिलाओं के बजाय प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी की समस्या की ओर ध्यान दिलाने की कोशिश की थी, जिसे भाजपा ने गलत तरीके से पेश कर भ्रम फैलाया।
उन्होंने दावा किया कि उनका बयान राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (NFHS) और सरकारी रिपोर्टों पर आधारित था।
CM मोहन यादव ने कहा- डूब मरना चाहिए
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले पर बहुत ही आक्रामक प्रतिक्रिया दी।
उज्जैन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इशारों में पटवारी को ‘शराबी’ तक कह डाला।
सीएम ने कहा, “कोई कहता है कि बहनें पैसा मिल गया तो दारू पीती हैं। शर्म आनी चाहिए, डूब मरना चाहिए… पता नहीं कहां के आकड़े ले आए। खुद की उतरी नहीं होगी रात की।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की जनता महिलाओं के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी और पटवारी को माफी मांगनी चाहिए।
पटवारी का जवाब
इस पर जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर जवाब देते हुए सीएम के बयान को “विनम्रता से अस्वीकार” किया।
उन्होंने लिखा कि यह टिप्पणी सीएम की “निजी समझ और बौद्धिक स्तर” को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि आदर्श राजनीति व्यक्तिगत आरोपों में उलझने की नहीं, बल्कि जनता के मुद्दों को उठाने की है।
आदरणीय मध्यप्रदेश वासियों,
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी द्वारा मेरे प्रति की गई टिप्पणी उनकी निजी समझ के सरोकारों एवं बौद्धिक स्तर के आकलन से जुड़ी हुई है! मैं पूरी विनम्रता से इसे अस्वीकार करता हूं!
आदर्श राजनीति की पहचान है, बहस, संवाद और जनता के मुद्दे सामने लाने की…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) August 27, 2025
इस पूरे विवाद ने एक बार फिर मध्य प्रदेश में सियासी गर्मी बढ़ा दी है, जहां दोनों प्रमुख दल एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।