Covid Cases Rise: भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसने सभी को चिंता में डाला दिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक 6,815 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें से पिछले 24 घंटे में 324 नए मामले सामने आए हैं।
इसके साथ ही, 12 राज्यों में 68 मौतें हुई हैं, जिनमें महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित है।
केरल और दिल्ली में सबसे ज्यादा मामले
- केरल में सबसे अधिक 2,053 एक्टिव केस हैं, जहां 624 मरीज ठीक भी हुए हैं।
- दिल्ली में 728 एक्टिव केस हैं, जहां हाल ही में एक दिन में 105 नए मामले सामने आए।
- महाराष्ट्र में 607, गुजरात में 980, और पश्चिम बंगाल में 747 मामले दर्ज हुए हैं।

ग्वालियर में 3 डॉक्टर संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को 3 डॉक्टर समेत 6 नए मामले सामने आए हैं।
इसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है।
राज्य में फिलहाल 43 एक्टिव केस हैं।
ममता बनर्जी ने बैठक बुलाकर दिए निर्देश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि महामारी दोबारा न लौटे, लेकिन हमें तैयार रहना होगा।
सरकारी अस्पतालों में पूरी व्यवस्था है, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।”

देश में मिले कोविड के 4 नए वैरिएंट
भारत में ICMR के अनुसार, LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 जैसे नए वैरिएंट पाए गए हैं।
इनमें से JN.1 सबसे आम है, जो 50% से अधिक मामलों में पाया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ये वैरिएंट पुरानी इम्यूनिटी को चकमा दे सकते हैं, लेकिन गंभीर बीमारी का खतरा कम है।
WHO ने अभी तक नहीं माना ‘चिंताजनक’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन वैरिएंट्स को “चिंताजनक” नहीं माना है, लेकिन निगरानी की सूची में रखा है।
- राज्यों की तैयारियां और सरकारी दिशा-निर्देश
- दिल्ली में अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
- केरल में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है और लक्षण वाले मरीजों का कोविड टेस्ट जरूरी है।
- गुजरात सरकार ने कहा कि वह पूरी तरह तैयार है और अस्पतालों में ICU, वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है।
- उत्तराखंड ने अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की जांच के निर्देश दिए हैं।

क्या करें? सावधानी बरतने की अपील
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से मास्क पहनने, भीड़ से बचने और लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराने की सलाह दी है।
गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग विशेष सावधानी बरतें।
सतर्कता जरूरी, लेकिन घबराने की नहीं
हालांकि मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी स्थिति पहले जितनी गंभीर नहीं है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी की हुई है।
सावधानी और नियमों का पालन करके हम इस लहर को नियंत्रित कर सकते हैं।