Guru Purnima Bageshwar Dham: 10 जुलाई को मध्य प्रदेश में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाई जा रही है।
इस पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के प्रमुख धामों, बागेश्वर धाम (छतरपुर), कुबेरेश्वर धाम (सीहोर) और दादाजी धाम (खंडवा) सहित कई जगहों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ा।
इस वर्ष बागेश्वर धाम में करीब 1 लाख से अधिक भक्त पहुंचे हैं।
जबकि कुबेरेश्वर धाम में लगभग 5 लाख श्रद्धालुओं गुरु दीक्षा लेगें।
मध्य प्रदेश के इन धामों में हर साल लाखों श्रद्धालु इस पर्व को मनाने आते हैं।
इस वर्ष गुरु पूर्णिमा पर बागेश्वर धाम और कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या देखी गई।
सुरक्षा, भोजन और आवास की उत्कृष्ट व्यवस्था ने भक्तों के अनुभव को यादगार बना दिया।
बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा का विशेष आयोजन
छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में गुरु पूर्णिमा का उत्सव बुधवार से ही शुरू हो गया था।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान बालाजी की विशेष पूजा की और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।
धाम पर सुंदरकांड पाठ और भजन-कीर्तन का कार्यक्रम चल रहा था।

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सुरक्षा व्यवस्था: श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।
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प्रसाद वितरण: अन्नपूर्णा रसोई में भक्तों को भोजन प्रसाद दिया गया।
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निर्माणाधीन अस्पताल: श्रद्धालु यहाँ बन रहे कैंसर अस्पताल को भगवान का वरदान मान रहे थे।
कुबेरेश्वर धाम में भंडारे और गुरु दीक्षा का आयोजन
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुँचे।
यहां 30 क्विंटल नुक्ती (एक प्रकार का पौष्टिक प्रसाद) और मशीन से बनी हजारों रोटियों का वितरण किया गया।
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पंडालों की व्यवस्था: पिछले साल की तुलना में इस बार 10 अतिरिक्त पंडाल और डोम लगाए गए, फिर भी जगह कम पड़ गई।
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गुरु दीक्षा: पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि इस साल 5 लाख से अधिक लोगों ने दीक्षा ली, जबकि पिछले साल यह संख्या 3.5 लाख थी।
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शिवमहापुराण कथा: इस दौरान पंडित मिश्रा ने सनातन धर्म के महत्व पर प्रवचन दिया।


खंडवा के दादाजी धाम में भी उमड़ी भीड़
खंडवा स्थित दादाजी धाम में भी गुरु पूर्णिमा का भव्य आयोजन हुआ।
यहां मुख्य गेट बंद करके 6 नंबर गेट से भक्तों का प्रवेश कराया गया।
40 हजार लोगों की क्षमता वाले वाटरप्रूफ डोम में भक्तों ने आरती और भंडारे में भाग लिया।
गुरु पूर्णिमा का महत्व
गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है।
इस दिन विशेष पूजा, दीक्षा समारोह और भंडारों का आयोजन किया जाता है।

अगले वर्ष भी इसी तरह के भव्य आयोजन की उम्मीद की जा रही है।
इस तरह, गुरु पूर्णिमा 2024 का पर्व मध्य प्रदेश के प्रमुख धामों में अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया।