Laxman Singh New Party: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने पार्टी से निष्कासन के बाद नई राजनीतिक पहल शुरू करने का ऐलान किया है।
उन्होंने हाल ही में प्रतिष्ठित वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि कांग्रेस से नाराज़ कार्यकर्ता एक नई पार्टी बना रहे हैं, जिसमें वह सहयोग करेंगे।
लक्ष्मण सिंह ने कहा,
“मैं पार्टी नहीं बना रहा, बल्कि कार्यकर्ता इसे खड़ा कर रहे हैं। यह पार्टी कांग्रेस जैसी विचारधारा वाली होगी, लेकिन इसमें सभी वर्गों को जोड़ा जाएगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मकसद भाजपा को सत्ता से हटाना है, न कि कांग्रेस को कमजोर करना।

कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप: ‘पैसे लेकर बांटे जाते हैं टिकट’
लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में अब कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होती। उन्होंने दावा किया,
“दिल्ली से पर्यवेक्षक आते हैं और टिकट बांट दिए जाते हैं। हमने तो यहां तक सुना है कि पैसे लेकर टिकट बांटे गए।”
उन्होंने अपने निष्कासन पर भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें सिर्फ इसलिए निकाला गया क्योंकि उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ बयान दिया था।
“मुझसे कहा गया कि राहुल गांधी को PM बनाने की बात करो, लेकिन मैंने मना कर दिया। क्या आतंकवाद के खिलाफ बोलना अब गुनाह है?”

नई पार्टी की रणनीति: कांग्रेस को मिलेगा समर्थन, भाजपा को निशाने पर
लक्ष्मण सिंह ने स्पष्ट किया कि उनकी नई पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी और सीधे तौर पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। उन्होंने कहा,
“हमारा लक्ष्य भाजपा को सत्ता से हटाना है। जहां कांग्रेस उम्मीदवार उतारेगी, वहां हम नहीं लड़ेंगे।”
उन्होंने कांग्रेस की हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि पार्टी का नेतृत्व कार्यकर्ताओं से दूर हो गया है, जिसकी वजह से वह पिछले 20 साल से सत्ता में नहीं आ पाई।
लक्ष्मण सिंह कौन हैं?
- दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता।
- वे 5 बार सांसद और 3 बार विधायक रह चुके हैं।
- केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर राजनीतिक अनुभव रखते हैं।

क्यों हुआ निष्कासन?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला पर विवादित बयान दिया था।
कांग्रेस ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।