CM Mohan Yadav Ratlam: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रतलाम में एक बार फिर अपनी जनता हितैषी शासन का परिचय दिया।
यहां उन्होंने एक आम नागरिक की समस्या का फौरन निपटारा करते हुए ठोस कार्रवाई करने का आदेश दिया।
दरअसल, रतलाम जिले में आयोजित एक जनता दरबार के दौरान एक युवक की फरियाद सुनकर सीएम यादव ने तुरंत पुलिस को धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने और हवालात में बंद करने के सख्त आदेश दिए।
उनका यह फैसला ‘ऑन द स्पॉट’ जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
गाड़ी खरीदने में हुई धोखाधड़ी
मामला रतलाम के सरसाना गांव के रहने वाले एक युवक पूनमचंद्र का है।
उसने मुख्यमंत्री के सामने अपनी पीड़ा रखते हुए बताया कि उसने साल 2018 में रतलाम स्थित एक शोरूम से एक बोलेरो गाड़ी खरीदी थी।
काफी समय बाद उसे पता चला कि जो गाड़ी उसे नई बताकर बेची गई थी, वह वास्तव में पहले ही बिक चुकी थी और उस गाड़ी का एक्सीडेंट भी हो चुका था।
यानी, डीलर ने गाड़ी का बॉडी बदलकर उसे एक पुरानी और दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी नए के भाव में बेच दिया था।
पीड़ित युवक ने इस मामले की शिकायत पुलिस में भी दर्ज कराई, लेकिन उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था।
शोरूम के संचालक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी, जिससे वह काफी निराश और परेशान था।
हमारी सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए प्रतिबद्ध है। pic.twitter.com/tOXZ5p1JCL
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 13, 2025
मुख्यमंत्री का राजा विक्रमादित्य स्टाइल फैसला
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उस दिन रतलाम में भारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेने और किसानों से मिलने पहुंचे हुए थे।
किसानों से बातचीत के बाद उन्होंने आम जनता की समस्याएं भी सुननी शुरू कीं। तभी पूनमचंद्र ने अपनी समस्या उनके सामने रखी।
मुख्यमंत्री ने युवक की बात गंभीरता से सुनी और बिना किसी देरी के तुरंत फैसला सुनाया।
उन्होंने मौके पर मौजूद रतलाम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को निर्देश दिए, “इसे 420 (धोखाधड़ी) के मामले में बंद करो। तुरंत आरोपी को गिरफ्तार करके हवालात में डालो।”
पीड़ित के पैर पकड़ने पर सीएम ने गले लगाकर दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री के इस त्वरित और सख्त फैसले से भावुक होकर पीड़ित युवक पूनमचंद्र सीएम के पैर पकड़ने लगा।
इस पर डॉ. यादव ने उसे स्नेहपूर्वक उठाया और गले से लगा लिया।
उन्होंने उसे पूरी मदद और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
यह दृश्य उपस्थित जनसमूह के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुआ, जहां लोगों ने मुख्यमंत्री की सहृदयता और सक्रियता की सराहना की।
आज रतलाम जिले के सैलाना स्थित करिया ग्राम में किसानों की खेतों में जाकर फसल को देखा। 75 प्रतिशत से अधिक बारिश होने से उनकी फसल बर्बाद हुई है। संकट की इस घड़ी में हमारी सरकार पूरी मजबूती से अन्नदाताओं के साथ खड़ी है। मैंने कलेक्टर को सर्वे के निर्देश दिए हैं, ताकि किसानों को शीघ्र… pic.twitter.com/KesyEWVxl9
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 12, 2025
भीड़ नियंत्रण न होने पर एसपी को फटकार
इस घटना से पहले, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान एक अन्य घटना भी हुई।
जब सीएम यादव बाढ़ पीड़ित किसानों से बातचीत कर रहे थे, तो वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई।
भीड़ के कारण उन्हें किसानों की बात ठीक से सुनने और उनकी समस्याएं समझने में दिक्कत हो रही थी।
इस पर मुख्यमंत्री नाराज हो गए और उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को खरी-खोटी सुनाते हुए फटकार लगाई।
उन्होंने कहा, “मतलब क्या रह गया एसपी साहब आपका? अगर नहीं संभाल रहे हैं भीड़ तो मैं ही संभालूं क्या? आपसे नहीं बन रहा तो छोड़ो फिर, हटाओ न!”
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुनें और उनके समाधान में कोई कोताही न बरतें।
भीड़ कंट्रोल न होने से नाराज हुए सीएम मोहन यादव
एसपी से कहा आपसे नहीं हो पा रहा तो मैं ही कर लूं…
रतलाम जिले में बारिश से फसलों के नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे सीएम
रतलाम sp की लापरवाही पर शीघ्र एक्शन लिया जा सकता है pic.twitter.com/XlKqfIwDh9— (@kamalksarkar) September 13, 2025
जनता की आवाज बनकर उभरे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यह कार्यशैली दर्शाती है कि वह सिर्फ सरकार प्रमुख ही नहीं, बल्कि जनता के लिए एक संवेदनशील और कार्रवाई करने वाले नेता के रूप में उभरे हैं।
उनका यह ‘ऑन द स्पॉट’ न्याय का मामला एक संदेश देता है कि सिस्टम में बैठे लोग आम आदमी की पीड़ा को गंभीरता से लें और त्वरित न्याय सुनिश्चित करें।
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपी डीलर के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।