Narendra Patel Gwalior Restaurant: मोहन कैबिनेट के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं।
रविवार रात ग्वालियर के एक लोकप्रिय रेस्टोरेंट में खाने की टेबल नहीं मिलने पर मंत्री जी का गुस्सा फूट पड़ा।
इसके बाद उन्होंने फूड सेफ्टी विभाग की टीम को बुलाकर रेस्टोरेंट की जांच शुरू करवा दी और आधी रात तक खाने के सैंपल लिए गए।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
4 मई की रात मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल (NARENDRA SHIVAJI PATEL) ग्वालियर में पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे की शादी में शामिल होने आए थे।
शादी समारोह के बाद वे अपने परिवार और स्टाफ के साथ पटेल नगर स्थित ‘क्वालिटी रेस्टोरेंट’ में डिनर करने पहुंचे।
चूंकि रविवार का दिन था, इसलिए रेस्टोरेंट में भीड़ ज्यादा थी और सभी टेबल्स पहले से बुक थीं।
जब मंत्री पटेल ने टेबल मांगी, तो स्टाफ ने उन्हें पहचाना नहीं और इंतजार करने को कहा।
इस पर मंत्री का गुस्सा फूट पड़ा।
प्रदेश का किसान खाद के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहता है, पर सरकार को फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन जब एक मंत्रीजी को होटल में टेबल नहीं मिली, तो पूरा प्रशासन दौड़ पड़ा, होटल संचालक से मारपीट कि गयी फूड सेफ्टी अफसर तक बुला लिए गए — क्या यही है ‘जन सेवा’?@BJP4MP के मंत्री सत्ता के नशे… pic.twitter.com/YuLETEZGLD
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 5, 2025
फूड विभाग की टीम को बुलाया, आधी रात तक चली जांच
इसके बाद मंत्री जी ने रेस्टोरेंट में गंदगी और खाद्य सुरक्षा नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए फूड सेफ्टी विभाग की टीम को बुला लिया।
फूड सेफ्टी टीम ने रेस्टोरेंट के किचन का निरीक्षण किया और तेल, पनीर, मावा समेत कई खाद्य सामग्रियों के सैंपल लिए।
यह प्रक्रिया रात करीब 11:30 बजे तक चली।
इस दौरान मंत्री के समर्थक भी वहां पहुंच गए और हंगामा बढ़ गया।

इस वजह से नहीं पहचान पाए
जब मंत्री पटेल होटल पहुंचे, तो वे कुर्ता पायजामा में नहीं थे। बल्कि फॉर्मल ड्रेस में थे।
इसलिए होटल स्टाफ उन्हें पहचान नहीं पाया।
रेस्टोरेंट मालिक ने मांगी माफी
बाद में जब रेस्टोरेंट स्टाफ को पता चला कि वे मंत्री हैं, तो उन्होंने माफी मांगी और टेबल की व्यवस्था की।
हालांकि, मंत्री का गुस्सा शांत नहीं हुआ और उन्होंने जांच जारी रखी।
वायरल वीडियो में रेस्टोरेंट मालिक को मंत्री जी के सामने हाथ जोड़ते हुए देखा जा सकता है।

रेस्टोरेंट मालिक ने लगाए गंभीर आरोप, फिर बयान से पलटे
रेस्टोरेंट के मालिक कमल अरोरा ने आरोप लगाया कि मंत्री के पीएसओ और समर्थकों ने स्टाफ के साथ मारपीट और धक्कामुक्की की।
उन्होंने बताया कि जब स्टाफ ने पूछा कि किसके नाम से बुकिंग है, तो मंत्री नाराज हो गए।
हालांकि, मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने रेस्टोरेंट संचालक के साथ बंद कमरे में आधी रात आधा घंटे से ज्यादा वक्त तक बातचीत की।
जिसके बाद रेस्टोरेंट संचालक के इस मामले से जुड़े सभी बयान पलट गए।
उनका कहना है कि वह शहर के एक स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। उस दौरान गलतफहमी में यह सब हुआ है।
रेस्टोरेंट में काफी संख्या में ग्राहक आए हुए थे, जिसके चलते काफी रश था।
ऐसे में फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम सिर्फ अपनी रूटीन कार्रवाई के लिए पहुंची हुई थी।
इसमें मंत्री नरेश शिवाजी पटेल का कोई भी गलत मकसद नहीं रहा।”
Narendra Patel restaurant controversy
व्यापारी संगठनों ने उठाई आवाज, पुलिस बोली- शिकायत मिली है
पुलिसकर्मियों ने कहा कि मंत्री की शिकायत आई है हालांकि वे लिखित में कुछ नहीं दिखा पाए।
इस घटना के बाद ग्वालियर चेंबर ऑफ कॉमर्स और स्थानीय व्यापारियों ने मंत्री के रवैये की निंदा की।
चेंबर के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि यह “तानाशाही और गुंडागर्दी” है और वे मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

मंत्री बोले – “मैं निरीक्षण करने गया था”
मंत्री नरेंद्र पटेल ने दावा किया कि वे खाद्य सुरक्षा जांच के लिए रेस्टोरेंट गए थे, लेकिन स्टाफ ने बदतमीजी की।
उन्होंने कहा, “अगर मंत्री के साथ ऐसा व्यवहार होता है, तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा?”

कांग्रेस ने साधा निशाना
इस मामले में एमपी कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी के मंत्री पर निशाना साधा है।
उमंघ सिंघार ने लिखा- प्रदेश का किसान खाद के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहता है, पर सरकार को फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन जब एक मंत्रीजी को होटल में टेबल नहीं मिली, तो पूरा प्रशासन दौड़ पड़ा, होटल संचालक से मारपीट कि गयी फूड सेफ्टी अफसर तक बुला लिए गए — क्या यही है ‘जन सेवा’?

एमपी कांग्रेस ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- कभी बेटे द्वारा पुलिस से गुंडागर्दी तो कभी मंत्री द्वारा रेस्टोरेंट में दबंगई!
भारतीय जनता पार्टी सरकार के मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल सरकार में विभाग कम दबंगई पाठशाला अधिक चला रहे हैं!
सत्ता के अहंकार में बौराकर रेस्टोरेंट मालिक को दुकान बंद करा देने की धमकी, रात में ही सैंपलिंग!
@DrMohanYadav51 जी, क्या आपने आपके मंत्रियों को शपथ के साथ गुंडागर्दी और आम जन से बद्तमीजी का लायसेंस भी बांट दिया है ?

पहले भी विवादों में रहे हैं मंत्री पटेल
यह पहली बार नहीं है जब नरेंद्र पटेल विवादों में आए हैं।
पिछले साल उनके बेटे अभिज्ञान पटेल पर भोपाल में हिंसा और धमकी का मामला सामने आया था, जिसके बाद मंत्री विधानसभा में रो पड़े थे।

इस घटना ने एक बार फिर सत्ता के दुरुपयोग और अधिकारियों के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।