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विवाद के बाद बयान से पलटे सांसद राजेश मिश्रा, लीला साहू की मांग पर कहा था “डिलीवरी डेट बताओ, उठवा लेंगे”

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Rajesh Mishra Leela Sahu: “डिलीवरी डेट बताओ, उठवा लेंगे” इस एक बयान की वजह से मध्य प्रदेश की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से खलबली मची हुई है।

सीधी से बीजेपी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने गर्भवती महिला लीला साहू की सड़क की मांग को लेकर ये बयान दिया था जिससे काफी बवाल हुआ।

लेकिन अब सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने इस बयान पर यू-टर्न लेते हुए सफाई दी है।

उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और उनकी मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी।

“मेरा बयान गलत तरीके से पेश किया गया”

राजेश मिश्रा ने कहा,

“मैंने कहा था कि हमारे पास हॉस्पिटल का स्टाफ और आशा कार्यकर्ता हैं, जो जननी एक्सप्रेस के माध्यम से मरीज को उठाकर हॉस्पिटल में भर्ती करेंगे। मेरा पूरा बयान देखा जाए, मेरी मंशा स्पष्ट है। किसी भी महिला के प्रति ऐसी बात नहीं कह सकता, हम संस्कारवान पार्टी के सदस्य हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि विंध्य क्षेत्र में बातचीत का अंदाज अलग है और “उठाकर ले जाना” का मतलब वहां मरीज को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाना होता है।

लीला साहू ने उठाई थी सड़क की मांग

इससे पहले, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर लीला साहू ने अपने गांव की खराब सड़कों की समस्या को उठाते हुए एक वीडियो बनाई थी।

वह गर्भवती हैं और उन्हें अस्पताल तक जाने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने सरकार से पक्की सड़क बनाने की मांग की थी।

इस पर सांसद राजेश मिश्रा ने कहा था,

“डिलीवरी डेट बताओ, हम तुम्हें एक हफ्ता पहले उठवा लेंगे। अगर वह चाहें, तो हमारे पास आएं. हम उन्हें सभी सुविधाएं देंगे. खाना, पानी, देखभाल लेकिन इन चीजों के बारे में सार्वजनिक रूप से बात करना आदर्श बात नहीं है।”

इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं हुईं और लोगों ने इसे महिलाओं के प्रति असंवेदनशील बताया।

कांग्रेस ने किया हमला

कांग्रेस ने इस बयान को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था।

पार्टी के नेताओं ने कहा कि यह बयान महिलाओं के प्रति अपमानजनक है और सरकार को गंभीरता से इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए।

लीला साहू का पहले भी सड़कों को लेकर संघर्ष

लीला साहू पहले भी सड़कों की समस्या को उठा चुकी हैं।

2023 में भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए एक वीडियो बनाई थी, जिसमें उन्होंने पूछा था,

“आपने मध्य प्रदेश से सभी 29 सांसदों को जिताया, क्या अब हमें सड़क मिल सकती है?”

हालांकि, एक साल बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ है और समस्या जस की तस बनी हुई है।

इस पूरे मामले में सांसद राजेश मिश्रा ने अपने बयान पर सफाई देकर कहा कि उनका इरादा किसी का अपमान करना नहीं था।

वहीं, लीला साहू जैसी महिलाएं अभी भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही हैं।

अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती है।

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