Hariyali Teej 2025: हरियाली तीज हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो सावन मास में मनाया जाता है। इस साल 27 जुलाई 2025 को हरियाली तीज का पर्व मनाया जा रहा है।
इस दिन सुहागन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके पति की दीर्घायु और सौभाग्य की कामना करती हैं।
शादीशुदा महिलाओं के अलावा कुंवारी महिलाएं भी Hariyali Teej पर अच्छे वर की प्राप्ति के लिए व्रत करती हैं।
हरा रंग पहनने की परंपरा
वैसे तो सावन के पूरे महीने में हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है लेकिन हरियाली तीज (Hariyali Teej) के मौके पर महिलाओं को विशेषकर हरे रंग की साड़ी और चूड़ी पहनने की परंपरा है।
आइए जानते हैं कि हरियाली तीज पर हरा रंग क्यों इतना महत्वपूर्ण है…
1. भगवान शिव को प्रिय है हरा रंग
हरियाली तीज पर हरा रंग पहनने का सबसे बड़ा कारण यह है कि भगवान शिव को हरा रंग विशेष प्रिय है।
शिवजी प्रकृति के देवता हैं और हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है। इस दिन हरा रंग धारण करने से शिव-पार्वती की कृपा प्राप्त होती है।

2. सावन की हरियाली का सम्मान
सावन का महीना प्रकृति में हरियाली लेकर आता है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं और वातावरण शीतल होता है।
हरा रंग पहनकर लोग प्रकृति के सौंदर्य और उसके उपहार का सम्मान करते हैं।
3. ज्योतिषीय महत्व: बुध ग्रह से संबंध
हिंदू ज्योतिष के अनुसार, हरा रंग बुध ग्रह से जुड़ा है, जो बुद्धि, संचार और व्यापार का कारक है।
भगवान शिव के पुत्र गणेश बुध ग्रह के देवता है और उन्हें हरी दूब चढ़ाने का भी विशेष धार्मिक महत्व है।
सावन में हरा रंग पहनने से बुध ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे मानसिक शांति और बुद्धिमत्ता बढ़ती है।
4. चंद्रमा और मन की शांति
चंद्रमा भावनाओं को प्रभावित करता है। ऐसे में हरा रंग चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित करके मन को शांत रखता है, जिससे तनाव कम होता है।
5. मेहंदी और सोलह श्रृंगार
हरियाली तीज पर महिलाएं मेहंदी लगाती हैं, जो हरे रंग की होती है। मेहंदी शीतलता प्रदान करती है और सोलह श्रृंगार का अहम हिस्सा है। इस दिन हरे रंग की साड़ी, चूड़ियाँ और आभूषण पहनने की परंपरा है।
नवविवाहिताओं के लिए विशेष महत्व
शादी के बाद पहली हरियाली तीज पर नवविवाहिता लड़की को मायके बुलाया जाता है। ससुराल से उसके लिए कपड़े, गहने, मेहंदी और मिठाई भेजी जाती है, जिसे सिंघारा दूज कहते हैं।
हरियाली तीज पर हरा रंग पहनना न सिर्फ धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा है, बल्कि यह प्रकृति और ज्योतिष से भी संबंधित है।
इस दिन हरा रंग धारण करने से भगवान शिव की कृपा, मानसिक शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसलिए, इस सावन हरियाली तीज पर हरा रंग जरूर पहनें और इस पावन पर्व का आनंद लें।