Heavy Rain Alert: मध्य प्रदेश इन दिनों मानसून की जबरदस्त बारिश से भीग रहा है। एक हफ्ते बाद भारी बारिश का दौर फिर से शुरू हो चुका है।
पिछले 2 दिनों से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है।
राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर तक, बैतूल से लेकर खरगोन तक, बारिश का कहर जारी है।
मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
22 जिलों में हुई भारी बारिश
मंगलवार को भी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला थमा नहीं है।
इंदौर, उज्जैन, भोपाल, दमोह, खरगोन, बड़वानी समेत कम से कम 22 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों के लिए अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी बारिश (लगभग 4.5 इंच तक) का रेड अलर्ट जारी किया है।
विभाग के मुताबिक, एक मानसून टर्फ (दबाव का क्षेत्र) प्रदेश से गुजर रहा है, जिसके चलते इंदौर-उज्जैन संभाग में खूब पानी बरस रहा है।
21 और 22 अगस्त को यह सिस्टम और भी मजबूत होगा, जिससे पूरा प्रदेश भीग सकता है।
20 अगस्त को भारी बारिश के आसार
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट- उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट।
हल्की बारिश का अलर्ट- प्रदेश के बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का यलो अलर्ट है।
21 अगस्त को तेज बारिश का अलर्ट
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट- सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
भारी बारिश का यलो अलर्ट- शाजापुर, सीहोर, हरदा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर।
हल्की बारिश का अलर्ट- प्रदेश के बाकी जिलों में गरज-चमक और हल्की बारिश का यलो अलर्ट है।
ज्योतिषीय गणना: 31 अगस्त तक जारी रहेगी मूसलाधार बारिश, ‘जंबूक वाहन’ का असर
इस मौसमी घटनाक्रम पर ज्योतिष की नजर भी है।
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद गौतम के अनुसार, 18 अगस्त से वर्षा का पांचवां दौर शुरू हो गया है, जो मघा नक्षत्र में प्रवेश के साथ शुरू हुआ।
कहा जाता है कि वर्षा के कुल आठ नक्षत्र होते हैं और यह उनमें से पांचवां है।
इस बार की खास बात यह है कि मघा नक्षत्र का वाहन ‘जंबूक’ यानी सियार है।
ज्योतिष शास्त्र में जंबूक वाहन को प्रचुर मात्रा में बारिश का सूचक माना गया है।
इसका मतलब यह है कि अगले कुछ दिनों में प्रदेश में बारिश का वेग और तीव्रता बढ़ सकती है।
इस नक्षत्र को समृद्धि और उर्वरता से जोड़ा जाता है, इसलिए खेतों में भरपूर पानी जाएगा, जिससे किसानों को फसल के लिए राहत मिलने की उम्मीद है।
हालांकि, पंडित गौतम ने एक चेतावनी भी दी है कि अतिवृष्टि (बहुत ज्यादा बारिश) के कारण कहीं-कहीं जन-धन की हानि की आशंका भी बनी हुई है।
उनके मुताबिक, यह बारिश का सिलसिला 31 अगस्त तक जारी रह सकता है।
खरगोन में नदी-तालाब ओवरफ्लो, किसानों के लिए राहत की बारिश
बारिश ने नुकसान के साथ-साथ कुछ अच्छे नज़ारे भी पेश किए हैं।
खरगोन जिले में लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले लबालब भरे हुए हैं।
जिले का सबसे बड़ा देजला देवाड़ा जलाशय इस मानसून सीजन में पहली बार ओवरफ्लो हुआ है।
सोमवार की शाम से ही जलाशय का पानी स्पिलवे से बाहर छलकना शुरू हो गया था, जो कि एक शुभ संकेत माना जा रहा है।
इससे किसानों की चिंता कुछ कम हुई है और भूजल स्तर को भी फायदा मिलेगा।
बैतूल में नदी के बीच चट्टान पर फंसे थे 3 युवक
बैतूल जिले के चोपना इलाके में सोमवार की रात करीब 1 बजे का वक्त था। भड़ंगा नदी का पानी उफान पर था।
बटकीडोह-नारायणपुर के बीच नदी के एक रपटे (ढलान) से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली गुजर रही थी, जिस पर पांच युवक सवार थे।
पानी का बहाव इतना तेज और गहरा था कि वाहन संभाल नहीं पाया और नदी में पलट गया।
इस हादसे में सवार पांचों युवक नदी के बहाव में बह गए। जबकि दो युवक तैरकर किनारे निकलने में कामयाब रहे, लेकिन तीन युवक नदी के बीचों-बीच एक चट्टान पर जाकर फंस गए।
जैसे ही पुलिस को इस घटना की सूचना मिली, चोपना के थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह परिहार अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे।
रेस्क्यू टीम ने नदी के तेज बहाव को पार करते हुए करीब 30 मीटर दूर चट्टान तक पहुंचक तीनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला।
नागरिकों के लिए सलाह
नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि वे:
- अगले 48-72 घंटों में अनावश्यक यात्रा करने से बचें, खासकर अलर्ट वाले जिलों में।
- निचले इलाकों और नदियों के किनारे के इलाकों में जाने से परहेज करें।
- मौसम विभाग की अपडेट पर नजर बनाए रखें।
- अगर कोई संकट में दिखे, तो तुरंत डायल 100 या आपदा प्रबंधन टीम को सूचित करें।
एक तरफ यह बारिश खेती और जल संरक्षण के लिए वरदान साबित हो रही है, वहीं दूसरी तरफ इसने चुनौतियां भी पैदा की हैं।
ऐसे में स्थिति पर नजर बनाए रखना और सतर्क रहना ही समझदारी होगी।