Vishal Yadav Spy Case: दिल्ली के नौसेना भवन में तैनात क्लर्क विशाल यादव पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने का आरोप लगा है।
राजस्थान पुलिस की सीआईडी इंटेलिजेंस यूनिट ने 26 जून, गुरुवार को विशाल यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
आरोप है कि विशाल ने पैसे के लालच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए काम करते हुए भारतीय नौसेना और ऑपरेशन सिंदूर की गोपनीय जानकारियां लीक कीं।
पाकिस्तानी हैंडलर ने “प्रिया शर्मा” के नाम से फंसाया
खबरों के मुताबिक विशाल यादव का संपर्क एक पाकिस्तानी महिला हैंडलर से सोशल मीडिया (फेसबुक) के जरिए हुआ।
हैंडलर ने खुद को “प्रिया शर्मा” बताकर विशाल से दोस्ती की और धीरे-धीरे उसका विश्वास जीत लिया।

कुछ समय बाद दोनों ने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम पर बातचीत शुरू कर दी।
प्रिया ने बाद में अपना असली पहचान बताई और विशाल को पैसे का लालच देकर गोपनीय जानकारियां मंगवाने लगी।
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी बेची, 50 हजार रुपए लिए
जांच में पता चला कि विशाल यादव ने ऑपरेशन सिंदूर (भारतीय नौसेना का एक गोपनीय मिशन) से जुड़ी संवेदनशील जानकारियाँ पाकिस्तानी हैंडलर को दीं।
इसके बदले उसे 50,000 रुपए मिले।
पैसे का लेन-देन कैसे हुआ?
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शुरुआत में विशाल को छोटी रकम (5-6 हजार रुपए) मिलती थी।
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बाद में प्रिया ने कहा – “अगर बेहतर जानकारी दोगे, तो ज्यादा पैसे दूंगी।”
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विशाल ने क्रिप्टो करेंसी (USDT) और बैंक खाते के जरिए कुल 2 लाख रुपए तक की रकम ली।

ऑनलाइन गेम्स का आदी था आरोपी, मोबाइल जांच में चौंकाने वाले सबूत मिले
जांचकर्ताओं ने पाया कि विशाल यादव ऑनलाइन गेमिंग का आदी था और पैसों की जरूरत के चलते वह जासूसी के जाल में फँस गया।
मोबाइल फोरेंसिक रिपोर्ट के महत्वपूर्ण खुलासे:
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पाकिस्तानी हैंडलर के साथ चैट हिस्ट्री और फोटो शेयरिंग के सबूत।
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ऑपरेशन सिंदूर और नौसेना की तैनाती से जुड़ी जानकारियाँ शेयर करने के प्रमाण।
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क्रिप्टो करेंसी और बैंक ट्रांजेक्शन के रिकॉर्ड।
ये है नौसेना के क्लर्क विशाल यादव, जिन्हें जयपुर इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार किया है।
विशाल यादव सोशल मीडिया पर “प्रिया शर्मा” के नाम से एक पाकिस्तानी इंटेल एजेंट के संपर्क में था।
इसने पैसे के लिए संवेदनशील रक्षा जानकारी लीक की।
भुगतान क्रिप्टो और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से किए गए… pic.twitter.com/C9CImqLWzy
— Ocean Jain (@ocjain4) June 26, 2025
देशद्रोह की सजा का सामना कर सकता है विशाल यादव
विशाल यादव को राजद्रोह और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (OSA) के तहत केस दर्ज किया गया है।
अगर उस पर आरोप साबित होते हैं, तो उसे कम से कम 14 साल की जेल हो सकती है।