Mobile Passport Van MP: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को और सरल बना दिया है।
अब गांवों और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को पासपोर्ट के लिए शहर नहीं जाना पड़ेगा।
इसके लिए मोबाइल पासपोर्ट वैन सेवा की शुरुआत की गई है, जो लोगों के दरवाजे तक पासपोर्ट बनाने की सुविधा पहुंचाएगी।
इस सेवा का उद्घाटन भोपाल के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में किया गया।
कैसे काम करेगी मोबाइल पासपोर्ट वैन?
यह मोबाइल वैन एक चलता-फिरता पासपोर्ट कार्यालय है, जिसमें वही सुविधाएं उपलब्ध हैं जो एक नियमित पासपोर्ट केंद्र में मिलती हैं।
इसमें बायोमेट्रिक स्कैनिंग, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, फोटोग्राफी और ऑन-स्पॉट अप्लीकेशन प्रोसेसिंग की सुविधा है।

इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के निवासियों को पासपोर्ट सेवाएँ आसानी से उपलब्ध कराना है।
कैसे करें आवेदन?
-
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करें – www.passportindia.gov.in पर जाकर “पासपोर्ट वैन” सेवा का चयन करें।
-
तिथि और स्थान चुनें – वैन के दौरे वाले क्षेत्र और तिथि के अनुसार स्लॉट बुक करें।
-
निर्धारित दिन वैन पर जाएं – अपॉइंटमेंट के दिन सभी जरूरी दस्तावेज लेकर मोबाइल वैन पर पहुँचें।
-
प्रक्रिया पूरी करें – वैन में ही फोटो, बायोमेट्रिक और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा।

मोबाइल वैन में मिलेंगी ये सुविधाएं
- फिंगरप्रिंट और बायोमेट्रिक स्कैनिंग (Biometric Scanning)
- दस्तावेज सत्यापन (Document Verification)
- फोटो खींचने की सुविधा (Photo Capture)
- यह वैन पूरी तरह से तकनीकी रूप से सक्षम होगी और एक चलता-फिरता पासपोर्ट कार्यालय (Mobile Passport Office) जैसा कार्य करेगी।
मोबाइल पासपोर्ट वैन सेवा के प्रमुख लाभ
- सुविधा : घर के पास पासपोर्ट प्रक्रिया
- समय की बचत : अपॉइंटमेंट से त्वरित सेवा
- तकनीक : बायोमेट्रिक और डॉक्युमेंट सत्यापन ऑन-साइट
- पहुंच : दूरदराज क्षेत्रों में भी उपलब्ध

ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत
इस नई पहल से गांवों में रहने वाले लोगों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को विशेष लाभ मिलेगा।
पहले उन्हें पासपोर्ट बनवाने के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा उनके नजदीकी स्थान पर ही उपलब्ध होगी।
पहले दिन ही मिली भारी प्रतिक्रिया
इस सेवा के शुरू होने के पहले ही दिन 50 से अधिक लोगों ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया।

इनमें अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी और महिलाएँ शामिल थीं, जिन्होंने इस पहल की सराहना की।