Monsoon arrived in MP: मध्य प्रदेश (MP) के लोगों का मानसून का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है।
16 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने प्रदेश में प्रवेश कर लिया।
इस बार मानसून ने बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते MP में दस्तक दी है।
हालांकि, यह सामान्य तिथि (15 जून) से एक दिन की देरी से आया है, लेकिन पिछले साल की तुलना में यह जल्दी पहुंचा है।
2023 में मानसून 21 जून को आया था, जो 6 दिन की देरी से था।
मानसून में देरी का कारण?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार मानसून केरल तट पर 8 दिन पहले (30 मई को) पहुंच गया था, लेकिन महाराष्ट्र में यह एक जगह अटक गया, जिससे इसकी गति धीमी हो गई।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों में मानसूनी गतिविधियां तेज हुईं और अब यह MP में प्रवेश कर चुका है।
इस साल कितनी बारिश होगी?
IMD के अनुमान के मुताबिक, जून से सितंबर तक मध्य प्रदेश में सामान्य से 4-6% अधिक (104-106%) बारिश हो सकती है।
इसका मतलब है कि प्रदेश में लगभग 40 इंच या उससे अधिक वर्षा होगी।
यह पूर्वानुमान किसानों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि अच्छी बारिश से खरीफ फसलों को फायदा मिलेगा।
मध्य प्रदेश में मानसून का पैटर्न
मौसम विभाग के अनुसार, MP में मानसून की शुरुआत हमेशा दक्षिणी जिलों से होती है।
आमतौर पर यह मंडला, सिवनी, डिंडौरी, बालाघाट, अनूपपुर, बुरहानपुर, पांढुर्णा, बैतूल और बड़वानी जिलों से प्रवेश करता है।
वहीं, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में मानसून सबसे अंत में पहुंचता है। इस साल भी यही ट्रेंड देखने को मिला है।
मानसून का प्रभाव: किन जिलों में होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर और उज्जैन जैसे जिलों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे मौसम अपडेट पर नजर रखें और बुवाई की योजना तदनुसार बनाएं।
गर्मी से मिलेगी राहत
मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री से गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
अच्छी बारिश से कृषि, जल संचयन और पर्यावरण को फायदा होगा।
हालांकि, अधिक वर्षा से बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है, इसलिए प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है।
उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अभी भी गर्मी का प्रकोप जारी है, जबकि पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं।
मध्य प्रदेश में भी मौसम ने करवट ले ली है। बारिश और आंधी के चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भी शनिवार को भीषण गर्मी के बाद शाम को बारिश हुई, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली।
तेज बारिश और आंधी का अलर्ट
-
नरसिंहपुर और डिंडौरी: अगले 24 घंटे में 4 इंच तक भारी बारिश की संभावना।
-
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर: तेज आंधी के साथ बारिश, तापमान में गिरावट।
-
47 जिलों में यलो अलर्ट: खंडवा, बड़वानी, झाबुआ, धार समेत कई जिलों में 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका।
तापमान में उतार-चढ़ाव
-
सीधी: 41.4°C (सबसे गर्म)
-
नरसिंहपुर: 30°C (बारिश के बाद तेज गिरावट)
-
भोपाल: 35.6°C, इंदौर: 35.2°C (उमस भरी गर्मी जारी)
मौसम वैज्ञानिकों का विश्लेषण
मौसम विशेषज्ञ अरुण शर्मा के अनुसार, वर्तमान में तीन चक्रवातीय सिस्टम और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं, जिससे बारिश का दौर जारी है।
मानसून की गति बढ़ने से अगले 3 दिनों में प्रदेश के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
किसानों और आम जनता के लिए सलाह
-
खुले मैदानों और खेतों में बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए सतर्क रहें।
-
निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से बचाव के उपाय करें।
-
मौसम विभाग की अपडेट्स पर नजर बनाए रखें।
- नागरिकों से अनावश्यक यात्रा टालने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
राज्य के अन्य हिस्सों का हाल
-
ग्वालियर: प्री-मानसून बारिश शुरू, 5.4 मिमी वर्षा दर्ज।
-
इंदौर: उमस बढ़ने से लोग परेशान, 35.2°C तापमान।
-
उज्जैन, जबलपुर: अधिकतम तापमान 37-39.5°C के बीच।
आगामी 48 घंटे का पूर्वानुमान
-
17 जून: छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में मानसून की एंट्री।
-
18 जून: भोपाल, इंदौर, जबलपुर में भारी बारिश की संभावना।
गुजरात, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी जल्द दस्तक देगा मानसून
अगले 24 घंटों में दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात के कुछ हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में आगे बढ़ने की संभावना है।
राजस्थान के श्रीगंगानगर, बीकानेर और अजमेर में प्री-मानसून गतिविधियां सक्रिय रहीं।
शुक्रवार को श्रीगंगानगर देश का सबसे गर्म शहर रहा, जहां तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
उत्तर प्रदेश में अभी भी भीषण गर्मी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मथुरा जैसे शहरों में अभी भी गर्मी और लू का प्रकोप जारी है।
वाराणसी में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसके कारण कई ट्रांसफॉर्मर फेल हो गए।
इन्हें ठंडा करने के लिए कूलर का इस्तेमाल किया गया।
मथुरा में भी पारा 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिसके बाद सड़कों को ठंडा करने के लिए स्प्रिंकलर से पानी छिड़का गया।
कहां-कहां होगी बारिश? (severe rainfall alert)
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक नरेश कुमार के अनुसार, मानसून महाराष्ट्र में सक्रिय है और अगले दो दिनों में गुजरात, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ेगा।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश जारी है।
असम के गुवाहाटी में शनिवार को हुई बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
इसी तरह, पुणे के पिंपरी चिंचवड़ इलाके में रात भर हुई मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया और नालों में बहकर आई कई गाड़ियां डूब गईं।
अगले दो दिनों का मौसम पूर्वानुमान
-
15 जून: राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में गर्मी और लू का प्रकोप जारी रहेगा। वहीं, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना है।
-
उत्तराखंड, सिक्किम, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, कोंकण, गोवा, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
-
16 जून: गुजरात, सौराष्ट्र, कच्छ, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है।