MLA’s Grandson Kidnapping Case: रायसेन जिले के सिलवानी से कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल के 2 साल के पोते दिव्यम पटेल का अपहरण कर लिया गया था।
पुलिस ने 16 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को छिंदवाड़ा जिले के तामिया से सकुशल बरामद किया।
हैरानी की बात यह है कि अपहरणकर्ता बच्चे के चाचा और उसके दो साथी थे, जिन्होंने फिरौती में डेढ़ किलो सोना मांगा था।
कैसे हुआ अपहरण?
दिव्यम गुरुवार सुबह 11 बजे घर के आंगन में खेल रहा था, जहां से वह अचानक गायब हो गया।
घर के पीछे वाले दरवाजे से चाचा अनु (अरविंद) पटेल और उसके दोस्तों राहुल पटेल व उमेश गौर ने बच्चे को बाइक पर बैठाकर ले जाया।
आरोपियों ने दिव्यम को नींद की गोली खिला दी, जिससे वह करीब 12 घंटे तक बेहोश रहा।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल निगरानी से संदिग्धों को ट्रैक किया और छिंदवाड़ा के तामिया में बच्चे को रात 3 बजे बरामद किया।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
5 थानों की 10 टीमें लगाई गईं, जिन्होंने रातभर ऑपरेशन चलाया।
आईजी मिथिलेश शुक्ला, डीआईजी प्रशांत खरे और एसपी पंकज पांडेय ने निजी तौर पर मामले की निगरानी की।
आरोपियों ने फिरौती के तौर पर 1.5 किलो सोना मांगा था, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़कर बच्चे को सुरक्षित छुड़ा लिया।
परिवार की प्रतिक्रिया
बच्चे की मां दिव्या पटेल ने कहा, “पुलिस का धन्यवाद, जिन्होंने मेरे बेटे को सुरक्षित वापस दिलाया। पूरी रात बेटे के इंतजार में काट दी।”
विधायक देवेंद्र पटेल ने कहा, “खुशी है कि बच्चा मिल गया, लेकिन दुख इस बात का है कि आरोपी हमारे ही परिवार के सदस्य हैं।”
अपहरण के पीछे की वजह
पुलिस के मुताबिक, चाचा अनु पटेल को पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने अपने ही भतीजे का अपहरण कर लिया।
उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- अनु (अरविंद) पटेल – बच्चे का चाचा
- राहुल पटेल – सह-आरोपी
- उमेश गौर – सह-आरोपी
बच्चे की सुरक्षित वापसी पर जश्न
जब पुलिस दिव्यम को घर लेकर पहुंची, तो परिवार और ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़े, आतिशबाजी और फूल बरसाकर उसका स्वागत किया।
मां ने बच्चे को गोद में भरकर रोते हुए धन्यवाद दिया।